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Showing posts from June, 2022

ओहृम के नियम को विस्तारपूर्वक समझाइए। Ohm ke niyam ko vistarpurvak samjhaie / 2. प्रतिरोधी के श्रेणीक्रम और समांतर क्रम को समझाइए। Pratirodhi ke shreni fal aur samanantar kram Ko samjhaie / 3. किरचॉफ के धारा के नियम को विस्तारपूर्वक समझाइए। Kirchof ke Dhara ke niyam ko vistar purvak samjhaie / 4. प्रतिरोध के नियम लिखिए। Pratirodh ke niyam likhiye / 5. विशिष्ट प्रतिरोध है या प्रतिरोधकता ( specific resistance or resistivity ) क्या है? / 6. परिपथ के सवालों को हल करने में "साइन कन्वेंशन" का क्या महत्व है।

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ओहृम के नियम को विस्तारपूर्वक समझाइए। Ohm ke niyam ko vistarpurvak samjhaie /  2. प्रतिरोधी के श्रेणीक्रम और समांतर क्रम को समझाइए। Pratirodhi ke shreni fal aur samanantar kram Ko samjhaie / 3. किरचॉफ के धारा के नियम को विस्तारपूर्वक समझाइए। Kirchof ke Dhara ke niyam ko vistar purvak samjhaie / 4. प्रतिरोध के नियम लिखिए। Pratirodh ke niyam likhiye / 5. विशिष्ट प्रतिरोध है या प्रतिरोधकता ( specific resistance or resistivity ) क्या है? / 6. परिपथ के सवालों को हल करने में "साइन कन्वेंशन" का क्या महत्व है।   _____________________________________________ प्रश्न 1. ओहृम के नियम को विस्तारपूर्वक समझाइए। उत्तर - किसी दिए गए चालक में एक स्थिर तापक्रम पर विद्युत वाहक बल ( E.M.F) तथा उसकी परिमाण धारा, जब वह स्थिर होता है, का अनुपात एक स्थिर संख्या होता है। यह स्थिर संख्या चालक का प्रतिरोध होता है। इस संबंध में जॉर्ज साइमन ओहृम ने ज्ञात किया था तथा उन्हीं के नाम पर यह ओहृम का नियम कहलाता है।                      यदि किसी R प्रतिरोधक वाले चालक में प्रवाहित होने वाली विद्युत धारा I है इसके

भूतिया कहानी / horror story { एकरहस्यमयी भूतिया घर / [Ek Rahsyamayi bhutiya Ghar] }

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भूतिया कहानी / horror story { एकरहस्यमयी भूतिया घर / [Ek Rahsyamayi bhutiya Ghar] }   एक रहस्यमयी भूतिया घर। ( Ek Rahsyamayi bhutiya Ghar ) जलालुद्दीन चाचा के पास मालों दौलत की कमी नहीं थी ।अपना घर तामीर करवा रहे थे घर की बुनियाद की खुदाई के वक्त उन्हें कुछ हड्डियां मिली ।तो उनके गांव के एक आदमी ने कहा हड्डियां मिलना यह अच्छी बात नहीं है तो जलालुद्दीन चाचा  कहते हैं  कि हम अरे कुछ नहीं होता हम दीनदार लोग ऐसी बात  बात नहीं मानते हैं ।उनकी पत्नी कहती हैं कि सुनो जी अगर आप मेरी बात मानो तो हम यह जमीन देते हैं और दूसरी जमीन ले लें। अरे आपका दिमाग तो ठीक है?इतने मौके की जमीन बेच दूं  ऐसा जलालुद्दीन चाचा कहते हैं । कुछ बस्ती वालों को जैसे ही इसकी खबर मिली सब भागे हुए जलालुद्दीन काका के पास आए।वे बस्ती के सरदार है ,गांव वाले कहते हैं अरे यह ठीक कह रही है । जलालुद्दीन कहता है ,अरे यह औरतें तो कुछ भी कहते रहती हैं इनका बस चले तो ,कोई काम ही ना हो । घर की तामीर चालू हो गई ।तभी एक रोज एक मजदूर के सिर पर चोट लगने की वजह से वह बेहोश हो गया था और जैसे ही होश आया वह कहने लगा ,अरे हमें क्या पता था कि,